Rudraksha mala 1-14 mukhi benefits and Price
1 mukhi rudraksha
एक मुखी रुद्राक्ष को किसी पवित्र दिन व् पवित्र नक्षत्र में सफ़ेद धागे में पिरो कर इसके लिए बताए गए मंत्रो में से किसी एक से अभिमंत्रित करके गले में पहनना चाहिए इससे कष्टों का निवारण होता है। तथा इसे धन सम्पत्ति में वृद्धि होती है और धन की कभी कमी नहीं होती है।
2 mukhi rudraksha
दो मुखी रुद्राक्ष को शिव शक्ति का स्वरूप माना जाता है। इसे शिव भक्त या शक्ति भक्त जो भी पहनना चाहे लाल धागे में पिरो कर सोमवार के दिन प्रात स्नान कर शिवलिंग को या मां भगवती के चरणों में स्पर्श कर दहिने हाथ में ॐ अध्यनेश्वर देवाय नमक या उपरोक्त बताए गए मंत्रों का जाप करते हुए बांधना चाहिए इससे मन भक्ति में लगता है तथा सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
3 mukhi rudraksha
तीन मुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में पिरो कर रविवार के दिन प्रातः सूर्योदय से पूर्ण नहा धोकर ब्रह्मा विष्णु देवाय नमः या उपरोक्त बताए मंत्रों का जाप करते हुए गले में पहनना चाहिए इसे ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों देव खुश होकर सुख की प्राप्ति करते हैं।
4 mukhi rudraksha
चार मुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में पिरो कर बृहस्पतिवार को नहा धोकर प्रातः सूर्योदय के समय किसी केले के पौधे से स्पर्श कराकर ओम ब्रह्मा देवाय नमः पूर्व वर्णित मंत्रों से अभिमंत्रित कर गले में बांधना चाहिए इससे शास्त्रों के अध्ययन से विद्या वृद्धि के कारण व्यक्ति को समाज में अति सम्मान प्राप्त होता है।
5 mukhi rudraksha
पांच मुखी रुद्राक्ष को एक से 3 दाने तक लाल धागे में पिरो कर शिवलिंग से स्पर्श कराकर ओम नमः शिवाय जाप करते हुए धारण करना चाहिए ईश्वर भक्ति के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए तथा पांच मुखी रुद्राक्ष के छोटे दाने की माला को गले में धारण करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
6 mukhi rudraksha
7 mukhi rudraksha
8 mukhi rudraksha
9 mukhi rudraksha
10 mukhi rudraksha
11 mukhi rudraksha
12 mukhi rudraksha
13 mukhi rudraksha
14 mukhi rudraksha
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